बड़ेमुरमा विज्ञान क्लब ने मनाया राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस
जगदलपुर। शाउमवि बड़ेमुरमा में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विज्ञान क्लब द्वारा राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत द्वितीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस का आयोजन किया गया। यह आयोजन जिला शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
चंद्रयान-3 की उपलब्धि की स्मृति में
कार्यक्रम चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक उपलब्धि, अर्थात् चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के निकट सफल अवतरण की स्मृति में आयोजित किया गया। यह उल्लेखनीय है कि इस असाधारण उपलब्धि को हासिल करने वाला भारत विश्व का पहला देश है।
विज्ञान गीत से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत विज्ञान गीत से हुई। विज्ञान क्लब अध्यक्ष देवकी नाग ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा अंतरिक्ष दिवस मनाने के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद छात्रों ने क्रमशः “मैं हूं इसरो”, “आर्यभट्ट का योगदान”, “चंद्रयान की सफलता की कहानी”, “मैं हूं मिसाइल मैन” तथा “इसरो की भविष्य की योजनाएं” विषयों पर अपनी-अपनी प्रस्तुतियां दीं।
मॉडल और पोस्टर प्रदर्शनी
विद्यार्थियों द्वारा थीम के अनुसार 20 से अधिक मॉडल एवं पोस्टर प्रदर्शित किए गए, जिनमें आर्यभट्ट से लेकर गगनयान तक की अंतरिक्ष यात्रा को दर्शाया गया।
डॉ. कलाम की जीवनी से प्रेरणादायक वक्तव्य
कार्यक्रम में व्याख्याता समीर नाग ने छात्रों को “मिसाइल मैन” डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी से प्रेरित करते हुए मेहनत और लगन की आवश्यकता पर बल दिया। वहीं व्याख्याता डी.के. देवांगन ने भी बच्चों को उत्साह और नवाचार की ओर प्रेरित किया।
प्राचार्य ने कार्यक्रम की सफलता पर शुभकामनाएं दी एवं बच्चों के लिए इस कार्यक्रम की आवश्यकता एवं उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। बड़े मुरमा स्कूल लगातार विज्ञान की विभिन्न गतिविधियों का आयोजन बच्चों में वैज्ञानिक अभिरुचि जागृत और उन्हें प्रेरित करने के लिए करता आ रहा है।
कार्यक्रम का संचालन विज्ञान प्रभारी मनीष कुमार अहीर कुमार ने किया तथा अंत में साक्षी कश्यप ने आभार व्यक्त किया। इस दौरान पूर्व माध्यमिक शाला सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।