शिक्षकों का बिगुल: 31 मई से अनिश्चितकालीन धरना!

शिक्षकों का बिगुल : 31 मई से अनिश्चतकालीन धरना!

शिक्षक संघर्ष: बस्तर और रायपुर के शिक्षक युक्तियुक्तकरण के विरोध में जुलूस निकालते हुए
जगदलपुर | 28 मई 2025

शिक्षकों का साझा मंच सरकार के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोलेगा

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग में लागू किए गए "विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण" और नए स्कूल सेटअप के खिलाफ प्रदेश भर के शिक्षक संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने राजधानी रायपुर में जमकर हल्ला बोला और बस्तर समेत सभी विकासखंडों से सैकड़ों शिक्षकों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

सरकार के अड़ियल रवैये से चर्चा विफल

शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल को स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने बातचीत के लिए आमंत्रित किया, लेकिन सरकार के रुख में कोई नरमी नहीं आई। इसके बाद शिक्षक संगठनों ने दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए घोषणा की कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो 31 मई से संभाग स्तर पर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।

शिक्षकों की मुख्य मांगें:

  • युक्तियुक्तकरण की विसंगतियाँ दूर करो - नए सेटअप के तहत शिक्षकों की संख्या घटाई जा रही है।
  • दो शिक्षकों से पाँच कक्षाएँ कैसे संभालेंगे? - एक सहायक शिक्षक और एक प्रधानाध्यापक 18 पीरियड्स कैसे पढ़ाएँगे?
  • शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करो - आये दिन अन्य कार्यों में उलझाकर पढ़ाई से विमुख किया जा रहा है।
  • मोदी की गारंटी पर सवाल - चुनाव से पहले शिक्षक भर्ती, वेतनमान और नए स्कूल खोलने का वादा किया गया था, लेकिन अब स्कूल बंद किए जा रहे हैं।

"सरकारी स्कूल बंद कर निजी स्कूलों को बढ़ावा"

शिक्षक नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार साढ़े दस हजार से अधिक स्कूल बंद करने और 44 हजार शिक्षक पद खत्म करने की योजना बना रही है। इससे गरीब बच्चों की शिक्षा सबसे ज्यादा प्रभावित होगी।

"हमारा विरोध युक्तियुक्तकरण को लेकर नहीं, बल्कि गलत नीतियों को लेकर है। शिक्षक चौकीदारी के लिए नहीं, पढ़ाने के लिए नियुक्त किए जाते हैं!"

बस्तर से सैकड़ों शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

बस्तर के आदिवासी इलाकों के शिक्षक भी धरने में शामिल, पुरुष और महिला शिक्षक एकजुटता से विरोध प्रदर्शन करते हुए"

रायपुर में हुए विरोध प्रदर्शन में बस्तर जिले के सभी सात विकासखंडों से शिक्षक शामिल हुए। प्रमुख नेताओं में अमित पाल, बुधराम कश्यप, मनीष ठाकुर, नीलमणी साहू, भुनेश नेताम, पुरुषोत्तम मौर्य समेत सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।

इस दौरान विरोध प्रदर्शन में बस्तर जिले से अमित पाल, बुधराम कश्यप, लुदरसन कश्यप, देवराज खूंटे, तुलादास मानिकपुरी, मनीष ठाकुर, मनीष अहीर, नीलमणी साहू, मंगलराम कश्यप, मनोहर सिंह बरनाला, शिवराम कश्यप, अरविन्द सिंह, नवीन प्रकाश साहू, गणेश नायक, एस एस जान, भुनेश नेताम, शत्रुघन कश्यप, पुरुषोत्तम मौर्य, प्रकाश सारथी, रामप्रसाद, भुवनेश्वर नाग, पवन बहादुर, वीरेंद्र मौर्य, मोहन कुदराम, लक्ष्मीनारायण कश्यप, नेउर लाल कश्यप, अमित पॉल, पांडेराम कश्यप, अमित अवस्थी, भुनेश्वर कश्यप, बलिराम सहित विभिन्न संगठनों के सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए।

अगला कदम: 31 मई से अनिश्चितकालीन आंदोलन

अगर सरकार ने 48 घंटे के अंदर शिक्षकों की मांगें नहीं मानीं, तो 31 मई से प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन शुरू होगा। शिक्षकों ने साफ किया है - "हम झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे!"

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basant dahiya

मेरा नाम बसंत दहिया है। मैं लगभग 20 वर्षों से प्रिंट मीडिया में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा हूं। इसी बीच मैंने बस्तर जिला व राजधानी रायपुर के प्रमुख समाचार पत्रों में अपनी सेवा देकर लोकहित एवं देशहित में कार्य किया है। वर्तमान की आवश्यकता के दृष्टिगत मैंने अपना स्वयं का न्यूज पोर्टल- समग्रविश्व अप्रेल 2024 से शुरू किया है जो जनहित एवं समाज कल्याण में सक्रिय है। इसमें आप सहयोगी बनें और मेरे न्यूज पोर्टल को सपोर्ट करें। "जय हिन्द, जय भारत"

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