पीड़िता के हाथ पैर बांधकर जंगल में छोड़ देने वाले आरोपी को किरंदुल पुलिस ने भेजा जेल
थाना किरंदुल और सायबर सेल की टीम की संयुक्त कार्यवाही
बचेली। युवती के हाथ पैर बांधकर जंगल में अर्धनग्न अवस्था छोड़कर फरार होने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी युवती से एकतरफा प्यार करता था। इनकार किए जाने पर उसने युवती को बंधक बनाकर घटना को अंजाम दिया। घटना 20 जुलाई की है। आरोपी द्वारा अपराध स्वीकार करने पर उसे 23 अगस्त को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से आरोपी को जेल भेजा गया है। आरोपी की खोजबीन में सायबर सेल दंतेवाड़ा और थाना किरन्दुल की टीम एक माह तक लगातार लगी हुई थी। साथ ही बचेली, भांसी, कोतवाली दंतेवाड़ा से भी मदद ली गई।
घटना पर पुलिस ने दिखाई तत्परता
थाना किरन्दुल क्षेत्र में ग्राम पेरपा के जंगल में 20 जुलाई को एक युवती अर्धनग्न अवस्था में बंधी हुई मिली थी। घटना को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात आरोपी की तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदित पुष्कर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर.के. बर्मन के मार्ग दर्शन एवं एसडीओपी किरन्दुल कपिल चंद्रा के पर्यवेक्षण में आरोपियो को शीघ्र गिरफ्तार करने निर्देश दिया था।
संदिग्धों से की गई पूछताछ
घटना के बाद सदमे में होने की वजह से पीड़िता बोलने की स्थिति में नहीं थी। घटना स्थल संवेदनशील होने तथा बारिश से साक्ष्य मिटने की संभावना को देखते हुए सायबर सेल दंतेवाड़ा ने हजारों नंबरों का एनालिसिस किया, जिसमें संदिग्ध मोबाईल नंबर धारकों से पूछताछ की गई।
आरोपी बार-बार बदल रहा था बयान
इसी बीच सतीश कुमार मरकाम (21) निवासी ग्राम मुंडीपारा धुरली, थाना भांसी पूछताछ के दौरान बार-बार बयान बदल रहा था। इससे पुलिस का शक गहराता गया। गहन छानबीन के बाद यह आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई और आरोपी ने अपराध करना कबूल किया।
कार्रवाई में मुख्य रूप से थाना किरन्दुल निरीक्षक संजय कुमार यादव, उनि हेमंत साहू, लीलाराम गंगबेर, सउनि. अनिता चौधरी, के. सीमाचलम, उत्तम ध्रुव, आरक्षक सोनाराम ताती, धनंजय गंजीर, जोगा कुंजाम, अजय तेलाम, महिला आरक्षक -सुरेखा सलाम, सोनिया नेताम एवं अन्य शामिल थे। सायबर सेल दंतेवाड़ा से - SI हेमशंकर गुनेंद्र, बेलाल सिंह, थाना कोतवाली से- वीरेंद्र नाग, भील नाग शामिल थे।
एक तरफा प्यार ने करवा दिया अपराध
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी सतीश कुमार मरकाम की जान पहचान 02-03 वर्ष पूर्व पीड़ित युवती से हुई थी और उसका युवती की ओर एकतरफा झुकाव था। एक वर्ष पूर्व उसने शादी का प्रस्ताव रखा लेकिन पीड़िता ने इंकार कर दिया था। पीड़िता से शादी करने के जूनून व किसी और से शादी न हो जाए इसलिए उसने घटना को अंजाम दिया।
घटना वाले दिन आरोपी जहां से पीड़िता आना-जाना करती थी उस रास्ते पर पहले से जाकर झाड़ियों की ओट लेकर इंतजार करने लगा। जैसे ही पीड़िता रास्ते से गुज़री, आरोपी ने उसकी आंख में धूल डालकर बलात् उसे जंगल की ओर ले गया। पीड़ित युवती को बेइज़्ज़ती करने की नीयत से उसे अर्धनग्न कर बांधकर वहीं छोड़कर चला गया।