छत्तीसगढ़ की सभी बसों में गति नियंत्रक उपकरण लगाने की मांग
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को लेकर आमजन चिंतित है। प्रदेश में प्रतिदिन किसी न किसी व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में असमय मृत्यु हो रही है, जिससे न केवल परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुंच रही है, बल्कि सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।
बस्तर संभाग के जागरूक नागरिकों ने जन अधिकार मोर्चा के माध्यम से बस्तर कलेक्टर को ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मांग की है कि प्रदेश में संचालित समस्त शासकीय एवं निजी बसों में गति नियंत्रक उपकरण अनिवार्य रूप से लगाए जाएं।
बार-बार समझाइश और निर्देश के बावजूद निजी बस संचालक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, ऐसे में तकनीकी नियंत्रण ही एकमात्र प्रभावी उपाय है। नागरिकों ने विश्वास जताया है कि प्रदेश सरकार इस विषय को गंभीरता से लेकर शीघ्र निर्णय लेगी।
स्टंटबाजों की बढ़ती हुई समस्या
जगदलपुर शहर में भी देखा जा रहा है की कुछ स्टंटबाज युवक नियमों की अनदेखी करते बेलगाम रफ्तार से अपने वाहन दौड़ा रहे हैं। ऐसे युवक हेलमेट और कपड़े से अपना मुंह ढंके होते हैं। ऐसे लोगों में कुछ असामाजिक तत्व भी शामिल हैं। बेलगाम वाहनों को दौड़ाते हुए दुर्घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
स्टंटबाज अपने वाहनों से नंबर प्लेट निकाल लेते हैं। वाहनों में कुछ बदलाव करके इनके द्वारा वाहनों के साउंड में बदलाव कर दिया जाता है जिससे ध्वनि प्रदूषण भी हो रहा है। ऐसे स्टंटबाज वाहन चालकों और असामाजिक तत्वों के सामने पुलिस भी बेबस है।
प्रदेश उपाध्यक्ष सतेंद्र गौतम के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान जन अधिकार मोर्चा के अन्य पदाधिकारी एस एल श्रीवास्तव, श्यामलाल सोनी, रवि तिवारी, राधामनी बघेल, अर्चना भी उपस्थित थे।