बस्तर दशहरा : रथ बनाने की अनुमति मांगने डेरी गड़ाई रस्म संपन्न

बस्तर दशहरा : रथ बनाने की अनुमति मांगने डेरी गड़ाई रस्म संपन्न

बस्तर दशहरा : रथ बनाने की अनुमति मांगने डेरी गड़ाई रस्म संपन्न

जगदलपुर(समग्रविश्व)। सबसे ज्यादा दिनों तक मनाए जाने वाले पर्वों में शुमार बस्तर दशहरा इस बार 77 दिन तक मनाया जा रहा है। सोमवार को प्रात: 11 बजे से स्थानीय सिरहासार भवन में बस्तर दशहरा की दूसरी रस्म डेरी गड़ाई संपन्न की गई। यह रस्म माई दंतेश्वरी से रथ बनाने की अनुमति मांगने के लिए होती है। सिरहासार भवन में पूजा विधान को संपन्न कराने के लिए दंतेश्वरी मंदिर के प्रधान पुजारी कृष्ण कुमार पाढ़ी, समस्त मांझी चालकी, मेंबर-मेंबरीन, गणमान्य नागरिक व टेंपल कमेटी के सदस्य मौजूद थे। पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों के बीच पूजा विधान के साथ डेरी गड़ाई रस्म पूरी हुई। डेरी गड़ाई रस्म के विषय में अर्जुन श्रीवास्तव ने बताया कि विधान के लिए सरई की लकड़ी पर हल्दी का लेप लगाकर स्थापना की जाती है इसे ही डेरी गड़ाई कहा जाता है। विधान के लिए ग्राम बिरनपाल से दो साल के स्तंभ लाए गए थे जिससे विधिविधान पूर्वक डेरी गड़ाई का कार्यक्रम संपन्न कराया गया। 

डेरी गडृाई पूजा विधान में शामिल होने बस्तर सांसद महेश कश्यप, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, कलेक्टर बस्तर हरिश एस, अपर कलेक्टर सीपी बघेल, तहसीलदार रूपेश मरकाम सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी व जनप्रतिनिधि पहुंचे थे। साथ ही बड़ी संख्या ग्रामीण व महिलाएं भी मौजूद थीं।

बस्तर दशहरा : रथ बनाने की अनुमति मांगने डेरी गड़ाई रस्म संपन्न



basant dahiya

मेरा नाम बसंत दहिया है। मैं लगभग 20 वर्षों से प्रिंट मीडिया में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा हूं। इसी बीच मैंने बस्तर जिला व राजधानी रायपुर के प्रमुख समाचार पत्रों में अपनी सेवा देकर लोकहित एवं देशहित में कार्य किया है। वर्तमान की आवश्यकता के दृष्टिगत मैंने अपना स्वयं का न्यूज पोर्टल- समग्रविश्व अप्रेल 2024 से शुरू किया है जो जनहित एवं समाज कल्याण में सक्रिय है। इसमें आप सहयोगी बनें और मेरे न्यूज पोर्टल को सपोर्ट करें। "जय हिन्द, जय भारत"

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