सहायक उपनिरीक्षक आशा सिंह को मिला पर्यावरण संरक्षण वीरांगना सम्मान, दंतेवाड़ा के अंदरूनी इलाकों में ग्रामीणों को करती हैं पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक
बचेली(ब्रम्हा सोनानी)। दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में पदस्थ सहायक आरक्षक सुश्री आशा सिंह को पर्यावरण संरक्षण वीरांगना सम्मान प्राप्त हुआ है। बचेली की रहने वाली आशा विगत 25 साल से छग पुलिस में कार्यरत हैं। इनकी दो बहने भी पुलिस विभाग में ही हैं। सुश्री आशा मृदुभाषी, मिलनसार और अच्छी पुलिस अफसर के रूप में तो जानी जाती ही हैं इसके अलावा वे पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी सक्रिय भागीदारी निभाती आ रही हैं।
शुक्रवार सखी
फाउंडेशन के द्वारा मैट्स यूनिवर्सिटी रायपुर में अहिल्या देवी होल्कर की 300वीं जयंती
के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण, संवर्धन
और जनजागरण की दृष्टि से समाज हित में कार्य करने वाली मातृशक्ति को सम्मानित किए जाने
के उद्देश्य से आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री
विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने आशा सिंह को सम्मानित किया।
सुश्री आशा सिंह
ने बताया कि वे महिला जागरूकता और पर्यावरण के क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय हैं।
जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में जाकर वे पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरूकता फैलाने
का काम करती आ रहीं हैं। इस काम के लिए उन्हें अपने अफसरों से सहयोग और मार्गदर्शन प्राप्त होता रहता है।
कार्यक्रम के
दौरान अरूण पल्टा कुलपति हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी, डॉ. गोरी जोशी, डॉ अनिल कुमार, श्रीमती
प्रियंका पगारिया, श्रीमती प्रियंका पांडेय डीएफओ जांजगीर, डॉ नीता बाजपेई मौजूद थीं।