पथरागुड़ा में धूमधाम से संपन्न हुआ ईसर गौरा-गौरी विवाह महापर्व, आदिवासी समाज ने मनाई खुशियाँ

पथरागुड़ा में ईसर गौरा-गौरी विवाह महापर्व का शानदार आयोजन, आदिवासी समाज ने ली बढ़-चढ़कर भागीदारी

ईसर गौरा गौरी विवाह महापर्व में कलश लेकर चलते आदिवासी समाज के सदस्य

जगदलपुर। शहर के पथरागुड़ा इलाके में देवो के देव बुढ़ा देव और मां पार्वती के स्वरूप ईसर गौरा-गौरी का विवाह महापर्व बड़ी धूमधाम और आस्था के साथ संपन्न हुआ। आदिवासी ध्रुव गोड़ समाज के लोगों द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी यह पावन पर्व मनाया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में शहरवासियों ने शिरकत कर आयोजन को सफल बनाया।

उत्सव के रंगारंग पल

इस अवसर पर शहरवासियों ने बम-फाटकों के साथ ईसर गौरा का स्वागत किया और नाचते-गाते हुए 'ईसर गौरा की जय' के उद्घोष के साथ विवाह समारोह में शामिल हुए। महिलाओं ने घर-घर जाकर कलश लेकर एक लंबी कतार बनाई, जो ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो सभी सीधे अपने इष्ट देव के विवाह में शामिल होने जा रहे हों और स्वयं को धन्य समझ रहे हों।

पर्व की मान्यता और किंवदंती

इस पावन पर्व को मनाने के पीछे एक गहरी किंवदंती जुड़ी है। यह त्योहार नए फसल आने की खुशी का प्रतीक है। इस दिन लोग नए धान की बाली ईसर गौरा को भेंट करके अगली फसल भी अच्छी होने की कामना करते हैं। ऐसी मान्यता है कि ईसर-गौरी की शादी के बाद ही आदिवासी समाज में अन्य लोग अपने बच्चों की शादी करते हैं। साथ ही, यह भी विश्वास है कि सुरोती (विवाह) की रात से ही मौसम में बदलाव दिखने लगता है और ठंड का अहसास होने लगता है।

एक सप्ताह पहले से शुरू होती हैं तैयारियां

इस त्योहार की तैयारियां एक सप्ताह पहले से ही शुरू हो जाती हैं। लोग अपने घरों की लिपाई-पुताई और रंग-रोगन करके उन्हें साफ-सुथरा और सजा-संवार करते हैं, ताकि ईसर राजा की शादी में कोई कसर न रहे। विवाह समारोह के अगले दिन विसर्जन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां महिलाओं और पुरुषों ने नाचते-कूदते हुए हर्षोल्लास के साथ अपने आराध्य देव का विसर्जन किया।

इन लोगों ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के सफल आयोजन में संभागीय अध्यक्ष संजय ध्रुव, संभागीय सचिव लिलेश्वर ध्रुव, जिला उपाध्यक्ष विक्रम चंद्रवंशी, परिक्षेत्र अध्यक्ष अशोक मंडावी, उपाध्यक्ष करण सिंह नेताम, युवा अध्यक्ष हेमंत चंद्रवंशी, ओमप्रकाश ध्रुव ने अहम भूमिका निभाई।

माता की सेवादार सीताराम नेताम, नीलकंठ ठाकुर, गोंचु राम ध्रुव, भगत राम ध्रुव, रामनारायण ध्रुव, धनी राम भंडारी, संतोष भंडारी, रमेश नेताम, जितेंद्र नेताम, वेद कुमार, रूप नारायण ध्रुव सहित अन्य सदस्यों ने सक्रिय सहयोग दिया।

महिला प्रकोष्ठ से दया ध्रुव, राधा ध्रुव, गौरी ध्रुव, सुरुज बती नेताम, पायल नेताम, पुष्पा ध्रुव, नीलम ध्रुव, अनीता ध्रुव, सावित्री ध्रुव, लक्ष्मी ठाकुर सहित बड़ी संख्या में महिला सदस्यों ने भी इस पर्व को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य सामाजिक सदस्य भी उपस्थित रहे।


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basant dahiya

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