स्कूलों में नया सेटअप: शिक्षक संगठनों ने जताया विरोध
जगदलपुर। प्रदेश के वित्तमंत्री ओ. पी. चौधरी के बस्तर प्रवास के दौरान बस्तर जिला सर्व शैक्षिक संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर स्कूल शिक्षा विभाग में चल रहे युक्तियुक्तकरण के नए सेटअप का विरोध जताया। प्रतिनिधियों ने नियमों पर पुनर्विचार के लिए ज्ञापन सौंपा।
इस संदर्भ में 8 माह पूर्व विसंगतियों को अवगत कराया गया था। इस प्रक्रिया को रोक भी दिया गया था, परंतु अब पुनः वही प्रक्रिया अपनाई जा रही है। संगठन की मांग है कि युक्तियुक्तकरण से पहले सभी शैक्षिक पदों पर पदोन्नति की जाए।
क्या है शिक्षकों की प्रमुख मांगें:
- माध्यमिक शालाओं में न्यूनतम छात्र संख्या के अनुसार 1 प्रधान पाठक और 4 शिक्षक की नियुक्ति हो।
- 2008 के सेटअप अनुसार भर्ती और पदोन्नति की जाए।
- युक्तियुक्तकरण में एक पद समाप्त करना NEP 2020 का उल्लंघन है।
- प्राथमिक शालाओं में बालवाड़ी जुड़ने से एक अतिरिक्त शिक्षक अनिवार्य हो गया है।
- प्रत्येक शाला में प्रधान पाठक की तैनाती जरूरी है।
अन्य मुद्दे:
कई स्कूलों में अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं, बावजूद इसके नियमित शिक्षकों को अतिशेष घोषित किया जा रहा है, जो कि गलत है। दूरस्थ अंचलों की शालाओं को बंद न किया जाए— यह भी संगठन की प्रमुख मांग रही।
वित्तमंत्री श्री चौधरी ने सहानुभूतिपूर्वक विचार का आश्वासन देते हुए मुख्यमंत्री से चर्चा की बात कही।
इस अवसर पर संगठन के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे— अजय श्रीवास्तव, प्रवीण श्रीवास्तव, अखिलेश त्रिपाठी, गणेश्वर नायक, मनीष ठाकुर, एस.एस. जॉन, सतपाल शर्मा और देवदास कश्यप।