पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त बनाने में सहायक बन रहा श्रद्धा का 'स्टील बर्तन बैंक'
गुंडरदेही(विवेकानंद साहू)। पर्यावरण को प्लास्टिक
मुक्त बनाने यूं तो पर्यावरण विद चिंतित रहते हैं। समय-समय पर संघ संगठन सफाई
अभियान से लेकर प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने आवाज उठाते आए हैं। अपने क्षेत्र के
पर्यावरण को प्लास्टिक से मुक्त करने भिलाई की श्रद्धा पुरेन्द्र साहू ने कुछ अलग तरीका
निकाला है और उन्होंने स्टील बर्तन बैंक के माध्यम से भिलाई, बालोद, राजनांदगांव सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले विभिन्न आयोजन से उत्पन्न होने
वाले प्लास्टिक कचरे को दूर करने में बड़ी सफलता अर्जित कर रही हैं।
श्रद्धा पुरेन्द्र साहू एक अर्से से स्टील बर्तन बैंक मुहीम चला
रहीं हैं। जब उन्होंने देखा कि छोटे-बड़े आयोजनों प्लास्टिक कचरा फैलता है। गंदगी तो फैलती ही है मवेशी भी इन्हें खाकर बीमार पड़ जाते हैं। यहां बड़े-बड़े
कथाकारों का आगमन से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के धार्मिक व सामाजिक आयोजन होते रहते
हैं। ऐसे में यहां प्लास्टिक डिस्पोजल, दोना सहित कई प्रकार का कचरा और गंदगी फैलती
थी। ऐसे में उन्हें स्टील बर्तन बैंक का विचार आया और उनके द्वारा स्टील बर्तन
बैंक की शुरूआत की। शुरू में छोटे आयोजनों में बर्तन बैंक के द्वारा ग्रामीणों को
उनके धार्मिक सामाजिक आयोजन के लिए मुफ्त में बर्तन उपलब्ध कराया जाता था। धीरे-धीरे
बर्तनों का स्टाक भी बढ़ता गया। वर्तमान में स्टील बर्तन बैंक भिलाई, बालोद, राजनांदगांव,
गुंडरदेही सहित कई अन्य स्थानों में प्रदान किया जाता है। इस मुहीम से प्लास्टिक
डिस्पोजल कचरा उत्पन्न नहीं होता है।