डेंगू की रोकथाम के लिए विधायक देव गंभीर, अधिकारियों को दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश, मिल चुके हैं दो रोगी
- रोकथाम एवं बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम चला रहे जागरूकता अभियान
जगदलपुर। बस्तर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू के मरीज पाए जाने पर विधायक किरण देव ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है। इसके बाद कलेक्टर ने आपात बैठक बुलाकर स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागों को ग्रामवार एवं वार्डवार डेंगू से बचाव के लिए सुबह शाम प्रचार-प्रसार, गृह भ्रमण, माईकिंग करवाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही साथ नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम बनाकर कार्य करने निर्देशित किया गया।
- स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम की संयुक्त टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही
कुल 48 वार्ड में टीम बनाई गई है जो डेंगू लार्वा पनपने वाले स्थानों की साफ सफाई, मच्छरदानी का वितरण, दीवार लेखन व पाम्पलेट का वितरण के कार्य में जुटी है।साथ ही संदेहास्पद मरीजों की जांच की जा रही है। नगर निगम की टीम के द्वारा साफ-सफाई लरविसाइडल स्प्रे का छिड़काव के साथ-साथ फॉगिंग गतिविधि की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित रूप से स्वास्थ्य कार्यकर्ता मितानिन, महिला आरोग्य समिति के माध्यम से डेंगू पनपने वाले स्थानों की साफ-सफाई और लार्वा को नष्ट करने का काम और बुखार के मरीजों व डेंगू के लक्षण वाले मरीजों का चिन्हांकन तथा रैपिड किट से जांच किया जा रहा है।
- सर्वे के बाद इस प्रकार रहे नतीजे
महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता मितानिन महिला आरोग्य समिति के माध्यम से जून माह
से अब तक कुल 6500 घरों का सर्वे किया गया है जिसमे 49 घरों में पाया गया लार्वा नष्ट
किया गया। 12437 कन्टैनरों की जांच में 89 कन्टैनर में लार्वा मिले जिन्हें नष्ट किया
गया। वर्ष 2024 में शंकास्पद 792 रक्त नमूनाें का एलाईजा परीक्षण किया गया जिसमें जगदलपुर
के शहरी क्षेत्र में कुल 05 मरीज मिले हैं। ग्रामीण क्षेत्र में जनवरी से अब तक कुल
8 प्रकरण पाए गए हैं। 24 जून को महाराणा प्रताप वार्ड में 352 घरों में सर्वे किया
गया जिसमें 1902 कन्टेनर की जांच के बाद 23 घरों से लार्वा नष्ट किया गया।
- ऐसे करें डेंगू की रोकथाम
डेंगू साफ पानी मे पनपता है इसलिए अपने घर के आसपास गमलों, टायर, कूलर, टूटे-फूटे
बर्तन, फ्रीज ट्रे नारियल के खोल आदि की नियमित तौर पर सफाइ करे और पानी जमा न होने
दे। मच्छरदानी का उपयोग करे, हाथ पांव को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहने तथा अपने आस-पास
सफाई रखे। सभी शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू की जांच व उपचार सुविधा निशुल्क
उपलब्ध है।