प्रशिक्षकों ने घर-घर जाकर लोगों को दी व्यावसायिक शिक्षा की जानकारी
जगदलपुर। स्कूली बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ कौशल में भी निपुण हो ताकि पढ़ाई के बाद भविष्य की युवा पीढ़ी के पास रोजगार के अन्य विकल्प हों। इसे ध्यान में रखते हुए शासन ने शालाओं में कौशल विकास के तहत व्यावसायिक पाठ्यक्रम की नींव रखीं है। इसमें बच्चों को प्रशिक्षित कर विभिन्न गतिविधयों से अवगत कराया जाता है।
इसी तारतम्य में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक
2 में संचालित व्यावसायिक पाठ्यक्रम ट्रेड मीडिया एवं रिटेल की व्यावसायिक प्रशिक्षक
पूजा वैष्णव व श्वेता चन्द्राकर द्वारा घर-घर जाकर लोगों को नवीन शिक्षा के अंतर्गत
आने वाले पाठ्यक्रम व्यावसायिक शिक्षा की जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि बच्चों
को इस शिक्षा का उद्देश्य, भविष्य में इसके क्या लाभ आदि जानकारी से अवगत कराया जाता
है। साथ ही साथ बच्चों को इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत गेस्ट लेक्चर, औद्योगिक भ्रमण एवं
इंटर्नशिप जैसी गतिविधियां भी करायी जाती है। जिससे बच्चे पढ़ाई के साथ ही स्किल्स में
भी निपुण हो।
इसके अलावा शाला त्यागी बच्चो का सर्वे कार्य एवं व्यावसायिक शिक्षा के प्रति जागरुकता लाने का कार्य इंडस के राज्य समन्वयक आदित्य पिल्ले एवं बृजेश शुक्ला के मार्गदर्शन और संस्था की प्राचार्य श्रीमती सुधा परमार के नेतृत्व में किया गया। इसके तहत आसपास के सभी मोहल्ले में जाकर घर-घर संपर्क अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान पता लगाया कि बच्चे स्कूल जा रहे हैं या नहीं। अगर किसी बच्चे ने पढ़ाई छोड़ दी है ताे क्यों छोड़ी। और अब वे क्या कर रहे हैं। उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति कैसी है आदि जानकारी ली गई। ताकि बच्चे व्यवसायिक शिक्षा का लाभ प्राप्त कर सके।