श्रीमती रजनी गुप्ता को मिला प्रतिष्ठित 'डॉ अब्दुल कलाम अलंकरण' पुरस्कार
प्रकृति शिक्षण विज्ञान यात्रा द्वारा प्रसार, जन सेवा, प्रकृति संरक्षण सहित अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्था द्वारा कुरूद जिला धमतरी में 8 सितंबर साक्षरता दिवस पर चयनित उत्कृष्ट शिक्षकों को अलंकृत किया गया, जिसमें शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कुरंदी की शिक्षिका श्रीमती रजनी गुप्ता को "डॉ अब्दुल कलाम अलंकरण" से पुरस्कृत किया गया।
उन्होंने बताया प्रकृति शिक्षण विज्ञान यात्रा प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन संस्था प्रतिवर्ष प्रदेश भर में अलग-अलग क्षेत्रों में नवाचार व उल्लेखनीय कार्य करने वालों शिक्षकों के कार्य व प्रस्ताव के आधार पर चयन करती है। इस वर्ष भी प्रदेश भर से 100 शिक्षकों एवं 10 खोजी छात्रों को उनके विलक्षण प्रतिभा और अलग-अलग क्षेत्र में रचनात्मक कार्यों के आधार पर कैटेगरी के हिसाब से चयनित किया गया है।
शिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान
2008 से शिक्षिका के रूप में पदस्थ श्रीमती रजनी गुप्ता शुरूआत से ही विद्यार्थियों के अधिगम स्तर में निरंतर सुधार लाने में प्रयोग कर रही है वह अनुभवात्मक शिक्षण से सीखने का वातावरण निर्मित कर बच्चों के सीखने को सरल एवं सहज बनाने में सदैव सहभागिता निभाती हैं।
श्रीमती रजनी गुप्ता वैश्विक महामारी के विषम परिस्थितियों में भी बच्चों के सीखने सिखाने की प्रक्रिया निरंतर जारी रखने एवं शैक्षणिक गुणवत्ता बनाए रखने हेतु सदा प्रयत्नशील रही हैं। कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया है। कोरोना संकट काल में जब विद्यालय बंद थे, तब बच्चों की शिक्षा में निरंतरता बनाए रखने हेतु ऑनलाइन पढ़ाई करवा कर शिक्षा गुणवत्ता को बनाए रखा।
शिक्षण की innovativ विधियाँ
गतिविधि आधारित शिक्षण
बच्चा अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में विभिन्न गतिविधियों एवं क्रियाकलाप स्वयं करके सीखता है तो वह अपेक्षाकृत अधिक शीघ्रता से सीखता है।
पूर्व व्यावसायिक शिक्षण
बच्चों को भविष्य में व्यवसाय चुनने में मदद मिल सके, इस के लिए उन्हें कई पूर्व व्यावसायिक प्रशिक्षण दिए हैं। उन्होंने इसे विज्ञान से जोड़कर उसमें विद्यमान पौष्टिक पोषक पदार्थ जैसे- कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, बसा विटामिन, अम्ल, क्षार आदि की जानकारी भी दी है।
शैक्षणिक भ्रमण
विद्यालय के बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय जगदलपुर से ले जाया गया। कृषि महाविद्यालय में बच्चों को तालाब में मछली पालन, मशरूम उत्पादन, फलों की ग्राफ्टिंग करने की तकनीक समझाई गई।
बाल संस्कार
बच्चों को बाल संस्कार एवं नैतिक शिक्षा, यूट्यूब वीडियो के माध्यम से देती हैं।
योग शिक्षण
कोविड में प्रतिदिन शाम को ऑनलाइन योग शिक्षण की कक्षाएँ आयोजित कर बच्चों को योग शिक्षा प्रदान करती रही हैं।
अन्य पुरस्कार एवं सम्मान
कोरोना वॉरियर के रूप में जिला स्तरीय पुरस्कार, महिला दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने हेतु पुरस्कार, पीएलसी में उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरस्कार, मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण ज्ञानदीप पुरस्कार एवं अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इनके मार्गदर्शन में मोहल्ला क्लास के वॉलंटियर को राज्य स्तर पर आज के नायक में स्थान दिया गया एवं कक्षा छठवीं की छात्रा भी इनके मार्गदर्शन में आज के नायक में स्थान पाने में सफल रही है। समय-समय पर सामाजिक कार्यों में भी इनका योगदान रहा है।